अमर सिंह की सीडी प्रसारण को सब्बरवाल ने रोकी थी - एक पुरानी खबर को नए नजर से पढ़ें

केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने नोएडा में भूखंडों के आवंटन से संबंधित विवादास्पद मामले में ड्रा निकालने के सिद्धांत को बकवास करार दिया। उन्होंने कहा कि उनका निशाना कोई खास व्यक्ति नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की सरकार थी।
सिब्बल ने यादव पर भूखंडों के आवंटन में विशेषाधिकारों के दुरुपयोग का आरोप लगाकर सनसनी मचा दी थी। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा किसी की छवि को नुकसान पहुँचाने की नहीं थी। वह सिर्फ जनता तक तथ्यों को पहुँचाना चाहते थे। आवंटियों में अपनी पुत्री का नाम होने पर पूर्व प्रधान न्यायाधीश वाई के सब्बरवाल की कड़ी प्रतिक्रिया के संबंध उन्होंने कहा मैंने कभी पक्षपात का आरोप नहीं लगाया। मैंने किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं बल्कि मुलायम सिंह और नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि अगर ड्रा निकालने के सिद्धांत पर विश्वास किया जाए तो यह कैसे संभव है कि एक ही पता देने वाले फ्लेक्स इंडस्ट्रीज के सात सदस्यों उत्तर प्रदेश के चार महाधिवक्ताओं और सिर्फ समाजवादी पार्टी के सांसदों और विधायकों को भूखंड मिलें। उन्होंने कहा आप मुझे बताएँ कि यह कैसे संभव है कि फ्लेक्स इंडस्ट्रीज के सात सदस्य जिन्होंने समान पता दिया तथा 13 अन्य लोग जिनके पते एक ही थे उन्हें भूखंड कैसे मिले। क्या ड्रा सिर्फ सपा सांसदों और विधायकों के लिए थे। मैं किसी को जवाब नहीं दे रहा। अगर यह ड्रा के जरिए किया गया तो यह महासंयोग है। अपनी दलीलों के समर्थन में सिब्बल ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ड्रा को रद्द कर दिया। न्यायालय का कहना था कि पूरी प्रक्रिया गलत और दिखावा थी। सार्वजनिक कार्यालय के पदाधिकारियों ने व्यवस्थित तरीके से धोखेबाजी की।
न्यायमूर्ति सब्बरवाल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा भूखंड के लिए किसी परिवार के सात या 700 सदस्यों के आवेदन करने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। बहस किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि सिद्धांत पर होनी चाहिए। उन्होंने कहा आदर्श आचार संहिता होनी चाहिए। साथ ही इस मामले को बंद कर देना चाहिए क्योंकि हमारी मंशा तथ्यों को जनता के सामने लाने की थी और अब संबद्ध एजेंसियों को कार्रवाई करनी है। प्रश्न यह है कि इस तरह की बातें होनी चाहिए अथवा नहीं। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि उन्होंने कभी किसी व्यक्ति के राजनैतिक कॅरियर को नुकसान पहुँचाने के लिए एक भी शब्द नहीं कहा। (स्रोत - वेबदुनिया)
अमर सिंह की सीडी - वाह क्या सीडी है- फोन पर ही सैकड़ों करोड़ का काम- खैर खोजिए अमर सिंह की सीडी ........................ क्योंकि कई न्यायाधीशों के नाम उसमें आए हैं.....

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